भारत में जन्म लेते ही बच्चों की कुंडली बनवाना एक आम परंपरा है। हर माता-पिता यह जानना चाहते हैं कि उनके बच्चे का भविष्य कैसा होगा—स्वास्थ्य, पढ़ाई, विवाह और करियर में क्या संभावनाएं हैं। यही कारण है कि जन्म के समय की सटीक जानकारी और वैदिक ज्योतिष का उपयोग आज भी भारतीय परिवारों में गहरी आस्था के साथ किया जाता है।
तो आखिर यह राशि तय कैसे होती है? आइए इसे सरल शब्दों में समझते हैं।
जैसे ही बच्चा जन्म लेता है, उस समय आकाश में ग्रहों की जो स्थिति होती है, वही उसकी कुंडली का आधार बनती है। इसमें मुख्य रूप से तीन प्रकार की राशियाँ देखी जाती हैं:
इन तीनों राशियों की जानकारी के लिए जन्म की तारीख, समय और स्थान (Longitude और Latitude) का होना ज़रूरी है।
मान लीजिए एक बच्चा 5 अगस्त 2023, सुबह 6:45 बजे, जयपुर (राजस्थान) में जन्म लेता है।
अब इस बच्चे की राशि जानने के लिए एक ज्योतिषी तीन चीज़ें देखता है:
मान लीजिए उस समय चंद्रमा कर्क राशि में था।
इस प्रकार से एक ही व्यक्ति की तीन राशियाँ होती हैं:
चंद्र राशि (मन का स्वभाव) – कर्क
लग्न राशि (शारीरिक और व्यवहारिक स्वभाव) – सिंह
सूर्य राशि (आत्मा और आत्मविश्वास) – संभवतः कर्क या सिंह
यही प्रक्रिया हर व्यक्ति की जन्म कुंडली और राशियों को तय करने में काम आती है।
अगर आपको अपनी राशि जाननी है, तो आप जन्म तारीख, समय और स्थान के आधार पर फ्री कुंडली रिपोर्ट बनवाकर देख सकते हैं। यह जानकारी आपके विवाह, करियर, स्वभाव और भविष्य के निर्णयों में अहम भूमिका निभा सकती है।
कुंडली में नौ मुख्य ग्रह माने जाते हैं: सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु (बृहस्पति), शुक्र, शनि, राहु और केतु। हर ग्रह की विशेषता होती है और जब ये किसी राशि में स्थित होते हैं तो उसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर अलग-अलग तरीकों से पड़ता है।
हर ग्रह जब किसी विशेष राशि या भाव में होता है तो उसकी शुभता या अशुभता तय होती है। जैसे, गुरु कर्क राशि में उच्च का होता है और मकर में नीच का।
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जन्म के समय ग्रहों की जो स्थिति होती है, वह पूरे जीवन के अलग-अलग पहलुओं को प्रभावित करती है। ये ग्रह दशा और अंतर्दशा के माध्यम से समय के अनुसार फल देते हैं। उदाहरण के लिए:
आजकल कई विश्वसनीय प्लेटफॉर्म्स पर मुफ्त कुंडली सेवाएं उपलब्ध हैं जहाँ आप जन्म विवरण डालकर अपनी चंद्र राशि, लग्न और ग्रह स्थिति जान सकते हैं।
इसके अलावा, फ्री ज्योतिष चैट की सुविधा से आप किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से बात कर सकते हैं, जिससे आपको जीवन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर मिल सकते हैं जैसे:
इस तरह की सेवा न केवल उपयोग में सरल होती है, बल्कि आपकी निजी जानकारी के आधार पर सटीक मार्गदर्शन भी देती है।
जन्म के समय राशियों का निर्धारण केवल एक ज्योतिषीय प्रक्रिया नहीं, बल्कि जीवन के दिशा-निर्देश की नींव है। यह हमें आत्म-ज्ञान, सही समय पर निर्णय लेने और संभावित समस्याओं से निपटने में मदद करता है।
यदि आप अपनी राशियों, ग्रहों और भविष्य से जुड़े सवालों को समझना चाहते हैं, तो अपनी निशुल्क कुंडली बनवाएं या ऑनलाइन ज्योतिषी से परामर्श करें।
चंद्र राशि को वैदिक ज्योतिष में मुख्य माना जाता है क्योंकि यह मन और भावनात्मक स्थिति को दर्शाती है।
ग्रह संकेत देते हैं, लेकिन आपके कर्म और निर्णय ही जीवन की दिशा तय करते हैं।
अगर समय ज्ञात नहीं है, तो अनुभवी ज्योतिषी प्रश्न कुंडली या लग्न अनुमान के आधार पर मार्गदर्शन दे सकते हैं।
सामान्य जानकारी के लिए सही है, लेकिन गहराई से समझने के लिए किसी अनुभवी ज्योतिषी से संपर्क करना बेहतर होता है।
हाँ, गलत समय से ग्रहों की स्थिति बदल जाती है जिससे पूरे जीवन का फलित बदल सकता है। सही जन्म समय अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Author : Krishna
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