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मास शिवरात्रि पर शिवलिंग अभिषेक और मंत्र जाप के फायदे

मास शिवरात्रि पर शिवलिंग अभिषेक और मंत्र जाप के फायदे
  • 23 Jun 2025
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मास शिवरात्रि पर शिवलिंग अभिषेक और मंत्र जाप के अद्भुत फायदे – जानिए सही विधि और ज्योतिषीय लाभ

भारत में मासिक शिवरात्रि एक ऐसा अवसर है जो हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आता है। यह दिन केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक, मानसिक और ज्योतिषीय लाभों के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा, विशेष रूप से शिवलिंग अभिषेक और मंत्र जाप, जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। यह न केवल शांति देता है, बल्कि ग्रह दोषों से मुक्ति और जीवन में समृद्धि भी प्रदान करता है।

 

आइए समझते हैं मास शिवरात्रि का महत्व, अभिषेक की विधि और मंत्र जाप से मिलने वाले लाभ।

 

मास शिवरात्रि का महत्व क्या है?

मास शिवरात्रि को हर महीने आने वाली वह शुभ रात्रि माना जाता है जब चंद्रमा और भगवान शिव की ऊर्जा का संगम होता है। इस रात को की गई पूजा विशेष फलदायी होती है।

 

  • यह व्रत चंद्रमा के दोषों को शुद्ध करने और मन को शांत करने में मदद करता है।
  • भगवान शिव को "ग्रहों के स्वामी" माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा करने से शनि, राहु, केतु जैसे दोषों में राहत मिलती है।
  • मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में संतुलन आता है।

 

शिवलिंग अभिषेक क्यों जरूरी है इस दिन?

मास शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर अभिषेक करना अत्यंत शुभ माना जाता है। अभिषेक का अर्थ है भगवान शिव को शुद्धता और भक्ति के साथ स्नान कराना।

 

  • जल, दूध, शहद, दही और घी से अभिषेक करने से पंचतत्वों का समर्पण होता है।
  • बेलपत्र, धतूरा, भस्म, भांग जैसी वस्तुएं शिव को प्रिय मानी जाती हैं और इनका अर्पण जीवन में नकारात्मकता को दूर करता है।
  • अभिषेक करते समय "ॐ नमः शिवाय" या "महामृत्युंजय मंत्र" का जाप करना विशेष फलदायी होता है।

 

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मास शिवरात्रि पर मंत्र जाप के लाभ

मंत्र जाप से आत्मिक और मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है। खासकर इस दिन यदि शिव के प्रिय मंत्रों का जप किया जाए तो परिणाम अत्यंत सकारात्मक होते हैं।

 

  • "ॐ नमः शिवाय" से मन की शुद्धि और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है।
  • "महामृत्युंजय मंत्र" स्वास्थ्य संबंधी कष्टों को दूर करने में सहायक है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • आर्थिक समस्याओं, विवाह में अड़चन, और मानसिक तनाव को दूर करने में मंत्र जाप अत्यंत प्रभावी सिद्ध होता है।

 

ग्रह दोषों और जीवन समस्याओं से मुक्ति कैसे मिलती है?

मास शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक और विशेष पूजा करने से जीवन में चल रही बाधाएं कम होती हैं।

 

  • राहु-केतु की दशा में अटके कामों में सफलता मिलती है।
  • शनि दोष से हो रही देरी या संघर्ष में राहत मिलती है।

 

जिनकी कुंडली में मांगलिक दोष, पितृ दोष, या कालसर्प दोष है – उनके लिए यह दिन विशेष लाभकारी माना जाता है।

 

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पूजन विधि और महत्वपूर्ण नियम

इस दिन पूजन का एक विशेष नियम और विधि होती है, जिसका पालन करने से ही शुभ फल प्राप्त होते हैं।

 

  • ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें।
  • व्रत रखने वाले दिनभर फलाहार करें और रात्रि में शिवलिंग पर अभिषेक करें।
  • रात्रि के चार प्रहरों में चार बार अभिषेक करने का महत्व है।
  • पूजा के समय शांति और संकल्प के साथ शिव मंत्रों का जाप करें।

 

ज्योतिष परामर्श क्यों जरूरी है?

हर व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति अलग होती है, इसलिए कुंडली के अनुसार पूजा और मंत्र जाप करना अधिक फलदायक होता है।

 

  • कोई व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित हो, तो शिव पूजा की विधि अलग होगी।
  • राहु-केतु के प्रभाव में होने पर महामृत्युंजय मंत्र अधिक प्रभावशाली हो सकता है।
  • Astroera जैसी सेवाएं आपको फ्री ज्योतिष परामर्श देकर यह जानकारी देती हैं कि कौन सा मंत्र, कौन सा अभिषेक और कौन सी पूजा आपके लिए उपयुक्त है।

 

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निष्कर्ष: मास शिवरात्रि आत्मा की शुद्धि का शुभ अवसर

मास शिवरात्रि केवल धार्मिक अनुष्ठान का दिन नहीं, बल्कि आत्मिक जागरण, ग्रह दोष निवारण और जीवन की नई दिशा प्राप्त करने का अवसर है। यदि इस दिन सही विधि से शिवलिंग अभिषेक और मंत्र जाप किया जाए तो न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि कई समस्याएं स्वतः ही दूर होने लगती हैं।

 

अगर आप चाहते हैं कि ये पूजा आपके ग्रहों के अनुसार सटीक हो, तो Astroera पर फ्री ज्योतिषी से परामर्श लें। सही समय पर सही मार्गदर्शन आपके जीवन को सुख और समृद्धि से भर सकता है।

 

FAQs: मास शिवरात्रि पर शिवलिंग अभिषेक और मंत्र जाप के फायदे

मास शिवरात्रि पर कौन से मंत्र जपना चाहिए?

"ॐ नमः शिवाय" और "महामृत्युंजय मंत्र" दो सबसे प्रमुख और प्रभावशाली मंत्र हैं।

 

क्या मास शिवरात्रि पर रुद्राभिषेक से ग्रह दोष दूर होते हैं?

हां, विशेषकर शनि, राहु, केतु और मांगलिक दोष जैसे ग्रह दोषों के निवारण में रुद्राभिषेक अत्यंत लाभकारी होता है।

 

शिवलिंग पर दूध चढ़ाना शुभ है या नहीं?

शिवलिंग पर दूध चढ़ाना शुभ होता है, लेकिन ध्यान रखें कि दूध शुद्ध और ताजगीपूर्ण हो।

 

कुंडली अनुसार पूजा कैसे करें?

कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखकर ही पूजा की सामग्री, मंत्र, और अभिषेक विधि निर्धारित की जाती है। इसके लिए अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेना उचित होता है।

 

क्या मास शिवरात्रि पर उपवास रखना जरूरी है?

यह व्रत श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। उपवास रखने से मन और शरीर दोनों शुद्ध होते हैं, लेकिन यह पूरी तरह आपकी आस्था और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है।

 

Author : Krishna

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