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जन्म कुंडली में धन का बहुत बड़ा सूचक क्या है

जन्म कुंडली में धन का बहुत बड़ा सूचक क्या है
  • 04 Jul 2025
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जन्म कुंडली में धन का बहुत बड़ा सूचक: कौन से ग्रह और भाव देते हैं समृद्धि के संकेत?

धन की इच्छा हर व्यक्ति के जीवन में एक प्रमुख स्थान रखती है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में यह माना गया है कि व्यक्ति की कुंडली में ऐसे कई संकेत मौजूद होते हैं जो उसके आर्थिक जीवन की दिशा और दशा को निर्धारित करते हैं। ये संकेत न केवल ग्रहों की स्थिति से पता चलते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि कौन सा समय धन प्राप्ति के लिए अनुकूल है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि जन्म कुंडली में धन का सबसे बड़ा सूचक कौन सा ग्रह है, कौन से भाव धन का संकेत देते हैं, और किन योगों से व्यक्ति करोड़पति तक बन सकता है।

 

कुंडली में धन का संकेत देने वाले मुख्य भाव

जन्म कुंडली में 12 भाव होते हैं और इनमें से कुछ भाव विशेष रूप से धन और समृद्धि से जुड़े होते हैं।

  • दूसरा भाव व्यक्ति की संपत्ति, बैंक बैलेंस और वाणी से जुड़ा होता है। यदि इस भाव में शुभ ग्रह हों तो व्यक्ति जीवनभर आर्थिक रूप से सुरक्षित रहता है।
  • ग्यारहवां भाव आय, लाभ और आकस्मिक धन से जुड़ा होता है। यह भाव बताता है कि व्यक्ति कितना कमा सकता है और उसे कब-कब धन लाभ हो सकता है।
  • पांचवां और नवम भाव निवेश से मिलने वाले लाभ और भाग्य से प्राप्त धन को दर्शाते हैं। नवम भाव गुरु, धर्म और उच्च भाग्य का भी प्रतीक होता है।
  • दसवां भाव करियर और पेशेवर जीवन का प्रतिनिधित्व करता है। इस भाव में शुभ ग्रहों की उपस्थिति व्यक्ति को प्रतिष्ठा और स्थायी आय दिलाती है।

 

कुंडली में धन का सूचक ग्रह

ज्योतिष के अनुसार कुछ ग्रह विशेष रूप से धन और ऐश्वर्य के प्रतीक माने जाते हैं।

 

  • बृहस्पति (गुरु): ज्ञान, धर्म और समृद्धि का कारक ग्रह है। यह जब दूसरे, ग्यारहवें या नवम भाव में स्थित होता है तो व्यक्ति को अपार धन देता है।
  • शुक्र: विलासिता, सौंदर्य, भोग-विलास और भौतिक सुखों का प्रतिनिधित्व करता है। शुक्र की मजबूत स्थिति व्यक्ति को ऐश्वर्य और भौतिक संपत्ति देती है।
  • चंद्रमा: मानसिक संतुलन और घर-परिवार के धन का प्रतिनिधि होता है। इसका संबंध माता से प्राप्त धन से भी जुड़ा है।
  • राहु: जब शुभ योगों में होता है तो यह अचानक धन लाभ या विदेश से धन प्राप्ति दिला सकता है। लेकिन यह हमेशा स्थायी नहीं होता।
  • शनि: मेहनत से प्राप्त धन और संपत्ति का प्रतीक होता है। यह धीरे-धीरे सफलता देता है लेकिन स्थायी होती है।

 

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धन योग और राजयोग

धन प्राप्ति केवल ग्रहों और भावों की स्थिति पर निर्भर नहीं करती, बल्कि कुछ विशेष योग भी होते हैं जो कुंडली में अत्यंत प्रभावशाली होते हैं।

 

  • लक्ष्मी योग: जब शुक्र और बृहस्पति शुभ भावों में स्थित होकर बलवान हों।
  • धन योग: जब दूसरे, ग्यारहवें और नवम भाव के स्वामी आपस में संबंधित हों।
  • चंद्र मंगल योग: चंद्रमा और मंगल एक साथ हों तो यह योग व्यक्ति को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है।
  • पंच महापुरुष योग और कुबेर योग भी ऐसी स्थितियाँ हैं जो करोड़पति बनने के योग देते हैं।

 

ग्रहों की दशा और गोचर का प्रभाव

किसी भी योग या ग्रह की ताकत तब सामने आती है जब उस ग्रह की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो। इसके अलावा, ग्रहों का गोचर भी यह तय करता है कि किस समय धन प्राप्ति के योग बनेंगे।

 

यदि बृहस्पति या शुक्र की महादशा चल रही हो और वे कुंडली में शुभ भावों में हों तो यह समय धन प्राप्ति के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

 

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कुंडली में मौजूद दोष जो धन बाधित करते हैं

धन में रुकावट केवल ग्रहों की अशुभ स्थिति से ही नहीं होती, बल्कि कुछ ज्योतिषीय दोष भी इसके लिए ज़िम्मेदार होते हैं।

 

  • ग्रहण दोष, जब चंद्र या सूर्य के साथ राहु/केतु का युति हो।
  • पित्र दोष, जब पूर्वजों के कर्मों का असर वर्तमान जीवन में हो।
  • कालसर्प दोष, जो पूरी कुंडली को प्रभावित करता है।

 

इन दोषों से राहत पाने के लिए विशेष उपाय और शांति विधियाँ अपनाई जाती हैं।

 

उपाय और ज्योतिषीय सलाह

यदि कुंडली में धन की स्थिति कमजोर हो तो कुछ प्रभावी उपाय अपनाकर इसे सुधारा जा सकता है:

 

  • लक्ष्मी मंत्र का नियमित जाप करें जैसे – “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः
  • शुक्र या गुरु की शांति के लिए शुक्रवार या गुरुवार को व्रत रखें।
  • चांदी का दान, पीले वस्त्र या खाद्य पदार्थ का दान करें।
  • रत्न पहनने से पहले अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श जरूर लें।

 

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निष्कर्ष

धन का सूचक ग्रह और भाव व्यक्ति की कुंडली में छिपे रहस्यों को उजागर करते हैं। यदि आप इन संकेतों को समय रहते समझ लें, तो अपने जीवन में समृद्धि और सफलता ला सकते हैं। किसी भी ग्रह की कमजोर स्थिति को सही उपायों और सही सलाह से बदला जा सकता है। इसलिए कुंडली की गहराई से जांच करवाना और अनुभवी ज्योतिषी से मार्गदर्शन लेना आवश्यक है।

 

FAQs

कौन सा ग्रह सबसे ज्यादा धन देता है?

बृहस्पति और शुक्र को धन का प्रमुख कारक माना जाता है।

 

क्या कुंडली से करोड़पति बनने का योग पता चलता है?

 हां, यदि कुंडली में धन योग या राजयोग हो तो ऐसा संभव है।

 

धन योग को सक्रिय कैसे करें?

सही उपायों, पूजा-पाठ, और दान से धन योग को बल मिलता है।

 

क्या कुंडली से व्यवसाय में लाभ पता चल सकता है?

हां, ग्रहों की दशा और भावों की स्थिति के आधार पर लाभ या हानि का अनुमान लगाया जा सकता है।

 

धन संबंधित समस्याओं के लिए कौन सा उपाय करें?

लक्ष्मी मंत्र का जाप करें, शुक्र और गुरु के उपाय करें, और नियमित रूप से दान करें।

 

Author : Krishna

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