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चैत्र नवरात्रि नवमी मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

चैत्र नवरात्रि नवमी मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
  • 12 Apr 2024
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चैत्र नवरात्री नवमी मां सिद्धिदात्री भक्तों के लिए सबसे अधिक कल्याणकारी मानी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि माँ सिद्धिदात्री की पूजा करने से हर काम में सिद्धि 'प्राप्त की जाती है। माँ की कृपा से भक्तों को सिद्धियां प्राप्त होती हैं। माँ दुर्गा का सिद्धिदात्री रूप भक्तों के बिगड़े हुए काम बनाने में सहायता करता है। इस स्वरुप की पूजा से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। 
 

मां दुर्गा की नौवीं शक्ति को सिद्धिदात्री कहा जाता है। वह सभी प्रकार की सिद्धियाँ प्रदान करती है। नवरात्रि के नौवें दिन इनकी पूजा की जाती है। इस दिन विधि-विधान और पूर्ण श्रद्धा से तप करने वाले साधकों को सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है।
 

चैत्र नवरात्री नवमी  मां सिद्धिदात्री की पूजा का शुभ मुहूर्त प्राप्त: 5:55 से 9:08  तक तथा 10:44 से 12:21 की तिथि है, माना जाता है जो व्यक्ति मां नवमी की पुजा आराधना करते है उनको मां सिद्धिदात्री की कृपा से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

 

चैत्र नवरात्रि नवमी मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि

प्रात: ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्थान करके पूजा स्थान की सफाई कर लें , सबसे पहले गणपति की पूजा करें उसके बाद माता के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा होती है। माँ सिद्धिदात्री का ध्यान पूजा अर्चना कर के उसके बाद भोग प्रदान करें इस दिन पूजा करने से व्यक्ति के रोग एवं ग्रह दोष दूर हो जाते हैं।

 

चैत्र नवरात्रि नवमी मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

 

ऑनलाइन पूजा 


चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व पर अगर आप अपने किसी काम की वजह से व्यस्त हैं या घर से बाहर हैं, तो आप  अपनी इच्छा अनुसार वैदिक पंडित  द्वारा देवी सिद्धिदात्री की ऑनलाइन पूजा का विकल्प भी चुन सकते है। हमारी वेबसाइट के माधयम से आप घर बैठे ही पूजा करवा सकते हैं। आप अपनी पूजा को लाइव देख सकते है  और लाभ ले सकते है।

 

चैत्र नवरात्रि के नवमी दिन से जुड़े  प्रश्न


मां सिद्धिदात्री की पूजा के फायदे?

मां सिद्धिदात्री के पूजा से किसी भी व्यक्ति के रोग, ग्रह दोष आदि दूर हो जाते हैं।

 

चैत्र नवरात्रि का नवमी दिन कब है?

तिथि के अनुसार 17 अप्रैल 2024 को शुभ समय प्राप्त: 5:55 से 9:08  तक तथा 10:44 से 12:21 तक है।

 

सिद्धिदात्री माता को क्या चढ़ाएं?

सिंदूर, अक्षत्, फूल, माला, फल, मिठाई ,मौसमी फल, पूड़ी, खीर, चना, नारियल और हलवा आदि चढ़ाएं. मां सिद्धिदात्री को प्रसन्न करने के लिए तिल का भोग लगाएं 


महागौरी का मंत्र कौन सा है?

ओम देवी सिद्धिदात्र्यै नमः मंत्र || 

 

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Author : आचार्य: प्रकाश चंद्र भट्ट

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