चैत्र नवरात्री अष्ठमी मां महागौरी की पूजा का शुभ मुहूर्त शुक्ल पक्ष 16 अप्रैल मंगलवार की तिथि है , माना जाता है जो व्यक्ति मां महागौरी की पुजा आराधना करते है उनको धन, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है, मां महागौरी भक्तों के लिए सबसे अधिक कल्याणकारी मानी जाती हैं।
ऐसा माना जाता है कि उनकी कृपा से भक्तों को अलौकिक सिद्धियां प्राप्त होती हैं। माँ दुर्गा का महागौरी स्वरूप भक्तों के कष्टों को दूर करने में सहायता करता है। मां दुर्गा के इस स्वरुप की पूजा से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।
दुर्गा अष्टमी महागौरी की पूजा कैसे की जाती है?
प्रात: ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्थान करके पूजा स्थान की सफाई कर लें , सबसे पहले गणपति की पूजा करें उसके बाद माता का आठवां स्वरूप महागौरी की पूजा होती है। माता गौरी का ध्यान पूजा अर्चना कर के श्रृंगार आदि अर्पित करें उसके बाद भोग प्रदान करें इस दिन पूजा करने से धन, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है !
शुभ मुहूर्त अनुसार प्रातः 9:08 से 1:53 दोपहर तक 5,7,9, या 11 कन्याओं को बुलाकर उनकी पूजा करें इन कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है और उनको वस्त्र, भोजन, दक्षिणा, दान आदि देकर विदा करें।
चैत्र नवरात्रि अष्टमी का विशेष महत्व
मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि का आठवां दिन विशेष फलदायी माना जाता है। आठवें दिन ही देवी दुर्गा ने चंड-मुंड नामक राक्षसों का वध किया था।यदि आपने पूरे 9 दिनों तक व्रत नहीं रखा है, तो आप इसे आठवें दिन रख सकते हैं। आठवें दिन व्रत रखने और देवी की पूजा करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
ऑनलाइन पूजा एवं पंडित
नवरात्रि के पावन पर्व पर अगर आप अपने किसी काम की वजह से व्यस्त हैं या घर से बाहर हैं, तो आप ऑनलाइन पूजा का विकल्प भी चुन सकते है। हमारी वेबसाइट के माधयम से आप घर बैठे ही पूजा करवा सकते हैं। इन सेवाओं में पूजा पाठ करने वाले पंडित शामिल होते हैं, जो विधि-विधान से पूजा संपन्न करवाते हैं. आप ऑनलाइन पंडित जी भी घर पर बुला के पूजा करवा सकते है !
चैत्र नवरात्रि के अष्ठमी दिन से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
चैत्र नवरात्रि का आठवां दिन कब है?
चैत्र नवरात्रि के आठवे दिन हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के आठवे तिथि को मनाया जाता है। जो इस साल 16 अप्रैल मंगलवार की तिथि – को मनाया जाएगा।
दुर्गा अष्टमी का महत्व क्या है?
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन का विशेष महत्व है। इस दिन मां महागौरी की पूजा करने से भक्तों को धन, समृद्धि और शांति की प्राप्ति होती है। इस दिन की पूजा से सभी प्रकार की सिद्धियों की प्राप्ति होती है और भक्तों का जीवन सफलता और शांति से भरा होता है।
महागौरी का मंत्र कौन सा है?
या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥ वन्दे वांछित कामार्थेचन्द्रार्घकृतशेखराम्। सिंहारूढाचतुर्भुजामहागौरीयशस्वीनीम्॥
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Author : आचार्य: प्रकाश चंद्र भट्ट
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