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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में किचन कहाँ होने चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में किचन कहाँ होने चाहिए?
  • 03 May 2024
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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में किचन कहाँ होना चाहिए?

वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो मकानों, भवनों और अन्य संरचनाओं के डिजाइन और निर्माण के लिए दिशानिर्देश प्रदान करता है। इसका उद्देश्य सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह को बढ़ावा देना और नकारात्मक प्रभावों को कम करना है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में किचन का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वह जगह है जहाँ भोजन तैयार किया जाता है, जो जीवन शक्ति का स्रोत है।

 

किचन के लिए सबसे शुभ दिशाएँ:

 

 

  • पूर्व: यह सूर्य की दिशा है, जो स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक है। पूर्व दिशा में स्थित किचन भी अच्छा माना जाता है, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा और अच्छा स्वास्थ्य लाता है।

 

  • पश्चिम: यह वायु देवता की दिशा है, जो गति और प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। पश्चिम दिशा में स्थित किचन भी स्वीकार्य है, क्योंकि यह कार्यक्षमता और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है।

 

किचन के लिए अशुभ दिशाएँ:

 

  • उत्तर: यह जल तत्व की दिशा है, जो अग्नि के विपरीत है। उत्तर दिशा में स्थित किचन अग्नि तत्व को कमजोर कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य समस्याएं और आर्थिक कठिनाई हो सकती हैं।

 

  • उत्तर-पूर्व: यह ईशान कोण है, जो ज्ञान और आध्यात्मिकता का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिशा में किचन रखने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा हो सकती है और एकाग्रता में कठिनाई हो सकती है।

 

  • दक्षिण-पश्चिम: यह राहु ग्रह की दिशा है, जो नकारात्मकता और बाधाओं का प्रतिनिधित्व करता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित किचन से पारिवारिक कलह और वाद-विवाद हो सकते हैं।

 

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में किचन कहाँ होने चाहिए?

 

किचन के स्थान के लिए कुछ अतिरिक्त सुझाव:

 

  • किचन को मुख्य द्वार से दूर रखा जाना चाहिए।

 

  • किचन का सिंक और चूल्हा एक दूसरे के आमने-सामने नहीं होने चाहिए।

 

  • किचन में खिड़कियां होनी चाहिए ताकि प्राकृतिक प्रकाश और हवा का प्रवाह हो सके।

 

  • किचन को हमेशा साफ और स्वच्छ रखना चाहिए।

 

निष्कर्ष: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में किचन कहाँ होना चाहिए

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में किचन का स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। किचन को सही दिशा में रखने से सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह को बढ़ावा मिलता है और नकारात्मक प्रभावों को कम किया जाता है। उपरोक्त दिशानिर्देशों का पालन करके, आप अपने घर में एक स्वस्थ और समृद्ध वातावरण बना सकते हैं।

 

5 लोकप्रिय पूछे जाने वाले प्रश्न:

 

किचन में कौन सी मूर्ति रखनी चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में माँ अन्नपूर्णा, भगवान अग्निदेव और भगवान हनुमान जी की मूर्ति रखना शुभ माना जाता है।

 

किचन में दर्पण लगाना चाहिए या नहीं?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में दर्पण लगाना शुभ नहीं माना जाता है। यदि आप दर्पण लगाना चाहते हैं, तो उसे चूल्हे के सामने नहीं लगाना चाहिए।

 

किचन में कौन से रंग का इस्तेमाल करना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में हल्के रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए। सफेद, पीला, नीला और हरा रंग किचन के लिए शुभ माने जाते हैं।

 

किचन में फ्रिज कहाँ रखना चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, फ्रिज को किचन के उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।

 

किचन में खिड़की कहाँ होनी चाहिए?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन में खिड़की दक्षिण-पूर्व या पूर्व दिशा में होनी चाहिए।

 

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Author : Nikita Sharma

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