भारतीय वैदिक ज्योतिष में जब भी विवाह योग्य जोड़े की कुंडली मिलान की बात होती है, तो "गण मिलान" को एक बेहद अहम घटक माना जाता है। यह 8 प्रमुख मिलानों (अष्टकूट मिलान) में से एक है और कुल 6 अंक का योगदान देता है। गण मिलान के अंतर्गत तीन प्रकार के गण माने जाते हैं: देव गण, मानव गण, और राक्षस गण।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे कि कुंडली में राक्षस गण क्या होता है, इसका स्वभाव, विवाह पर प्रभाव, और इसके उपाय क्या हैं।
राक्षस गण उन जातकों को दर्शाता है जिनकी चंद्र राशि नक्षत्र के अनुसार इस गण में आती है। यह नाम सुनने में नकारात्मक लग सकता है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि यह व्यक्ति खतरनाक या बुरे होते हैं।
कुल 27 नक्षत्रों को तीन भागों में बांटा गया है:
यह वर्गीकरण व्यक्ति के स्वभाव, सोच और प्रतिक्रिया के तरीके को दर्शाता है।
पढ़ना न भूलें: क्या कुंडली दोषों या खामियों की पहचान कर सकती है?
राक्षस गण से संबंधित व्यक्ति अक्सर:
ऐसे लोग नेतृत्व करना पसंद करते हैं और अगर सही दिशा मिले, तो बहुत सफल भी हो सकते हैं।
जब कुंडली मिलान में एक व्यक्ति राक्षस गण का हो और दूसरा देव या मानव गण का, तो इसे गण दोष माना जाता है। यह दोष तब अधिक गंभीर माना जाता है जब राक्षस गण व्यक्ति पुरुष हो और महिला देव या मानव गण की हो।
हालांकि गण दोष में सिर्फ 6 अंक ही होते हैं, लेकिन कई बार इसकी अनदेखी करने से मानसिक असंतुलन, वैचारिक मतभेद, और झगड़े हो सकते हैं।
फिर भी, सिर्फ गण दोष के आधार पर विवाह को रोक देना सही नहीं। अन्य कूट जैसे नाड़ी, भकूट और गुणों का कुल मिलान भी देखा जाना चाहिए।
सामान्यतः लोग "राक्षस" शब्द को नकारात्मक समझते हैं, परंतु यह केवल प्रकृति का एक प्रतीक है। सभी राक्षस गण जातक खराब नहीं होते।
यहां पढ़ें: विवाह में कितने गुण मिलना जरूरी है? जानिए 32 या 36 गुण मिलान का सही महत्व
यदि गण दोष मिलता है, तो निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
विवाह से पहले एक बार अनुभवी ज्योतिषी से मिलकर उपाय करवाना सबसे सुरक्षित होता है
गण का नाम | प्रमुख गुण | अनुकूलता |
---|---|---|
देव गण | शांत, सहनशील, धार्मिक | अधिकतर अनुकूल |
मानव गण | संतुलित, व्यवहारिक | मध्यम अनुकूल |
राक्षस गण | तेज, आत्मकेंद्रित, रणनीतिक | मिश्रित, स्थिति पर निर्भर |
यह अंतर विवाह की संगतता में अहम भूमिका निभाते हैं। कई बार दो भिन्न गण वाले व्यक्तियों में तालमेल हो जाता है, परंतु कुछ परिस्थितियों में टकराव भी देखा गया है।
राक्षस गण को लेकर बहुत सारी भ्रांतियाँ हैं, लेकिन सच यह है कि यह सिर्फ कुंडली का एक भाग है। विवाह की सफलता केवल गण मिलान पर निर्भर नहीं करती।
अगर आपकी या आपके साथी की कुंडली में राक्षस गण आता है, तो घबराएं नहीं। अन्य गुणों का समग्र मिलान करवा कर किसी निष्कर्ष पर पहुंचें। और हां, किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श ज़रूर लें।
फ्री एस्ट्रो चैट से अभी जानें क्या आपकी कुंडली में गण दोष है? यहां क्लिक करें।
जब एक व्यक्ति की कुंडली में राक्षस गण हो और दूसरे की देव या मानव गण, तब गण दोष माना जाता है।
यदि कुंडली के अन्य योग अनुकूल हों और उपाय किए जाएं तो हां, शादी की जा सकती है।
ये लोग तेज, आत्मविश्वासी, और कभी-कभी जिद्दी होते हैं। लेकिन नेतृत्व क्षमता भी अच्छी होती है।
विशेष पूजा, दान, मंत्र जाप और अनुभवी ज्योतिष से परामर्श द्वारा इस दोष का समाधान किया जा सकता है।
गण मिलान 6 अंकों का योगदान देता है। यह जरूरी है, लेकिन अकेले गण के आधार पर निर्णय नहीं लेना चाहिए।
Author : Krishna
"मेष राशि के दो व्यक्तियों के बीच समानताएं है जो ए...
"मेष और मिथुन राशि के बीच समानता" विषय पर यह ब्लॉग...
मेष और कर्क राशि के बीच समानताएं और विभिन्नता का ख...
Copyright ©️ 2025 SVNG Strip And Wire Private Limited (Astroera) | All Rights Reserved