भारतीय ज्योतिष में राशि (Rashi) उस ज्योतिषीय चिन्ह को दर्शाती है, जो जन्म के समय चंद्रमा की स्थिति (Chandrama ki Stithi) के आधार पर किसी व्यक्ति के जीवन को नियंत्रित करता है। यह वैदिक ज्योतिष का एक प्रमुख तत्व है और व्यक्ति के व्यक्तित्व, जीवन पथ और भाग्य को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संस्कृत में राशि का अर्थ समूह या चिह्न होता है, जो आकाशीय मंडल के उन 12 भागों को दर्शाता है जिनमें यह विभाजित है।
आइए राशि (Horoscope) के इस अद्भुत विषय को समझते हैं, इसकी महत्ता, 12 राशियां (12 rashiyan), उनके ग्रह स्वामी और अपनी राशि ज्ञात करने के तरीकों को जानते हैं।
ज्योतिषीय दृष्टि से आकाशीय मंडल को 12 समान भागों में बांटा गया है, जिनमें से प्रत्येक 30 डिग्री के अंतराल में फैला होता है। ये 12 भाग ही राशियां या ज्योतिषीय चिन्ह कहलाते हैं। पश्चिमी ज्योतिष जहां सूर्य राशि (Surya Rashi) पर केंद्रित होती है, वहीं भारतीय ज्योतिष (Jyotish) में चंद्र राशि को अधिक महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह व्यक्ति के स्वभाव और जीवन की घटनाओं को गहराई से प्रभावित करती है।
प्रत्येक राशि का एक विशेष स्वभाव, एक तत्व (अग्नि, पृथ्वी, वायु, जल) और एक ग्रह स्वामी होता है, जो उसकी विशेषताओं को प्रभावित करता है।
राशि किसी व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को निर्धारित करती है:
वैदिक ज्योतिष में प्रत्येक राशि (Zodiac sign) पर एक विशेष ग्रह का शासन होता है। ये ग्रह स्वामी (Graha Swami) राशि से जुड़े गुणों और व्यक्तित्व को प्रभावित करते हैं।
अपनी राशि जानने के लिए जन्म की तारीख, समय और स्थान की आवश्यकता होती है। जन्म के समय चंद्रमा जिस राशि में स्थित होता है, वही आपकी चंद्र राशि (Chandra Rashi) कहलाती है।
राशि जानने के तरीके:
उदाहरण के लिए, यदि जन्म के समय चंद्रमा मेष (Aries) नक्षत्र में था, तो आपकी राशि मेष (Mesha Rashi) होगी। आप Astroera राशि कैलकुलेटर की मदद भी ले सकते हैं।
कई लोग राशि (Rashi) और सूर्य राशि (Sun Sign) को एक ही समझते हैं, लेकिन ये दोनों अलग-अलग होते हैं।
जबकि सूर्य राशि (Surya Rashi) सामान्य रूप से व्यक्तित्व को दर्शाती है, चंद्र राशि अधिक व्यक्तिगत और गहरी जानकारी प्रदान करती है।
राशि भारतीय संस्कृति और ज्योतिष से गहराई से जुड़ी हुई है।
प्रत्येक राशि अपनी अनूठी विशेषताओं के कारण अलग होती है, जो उसके तत्व (Element), ग्रह स्वामी और कुंडली में स्थिति पर निर्भर करती हैं।
मेष (Aries), सिंह (Leo), धनु (Sagittarius)
वृषभ (Taurus), कन्या (Virgo), मकर (Capricorn)
मिथुन (Gemini), तुला (Libra), कुंभ (Aquarius)
कर्क (Cancer), वृश्चिक (Scorpio), मीन (Pisces)
राशि भारतीय ज्योतिष में चंद्र राशि को दर्शाती है, जो व्यक्ति के भावनात्मक और व्यक्तित्व संबंधी गुणों को निर्धारित करती है।
आपकी राशि को जन्म के समय चंद्रमा की स्थिति के आधार पर पहचाना जाता है। इसे जानने के लिए जन्म कुंडली या ऑनलाइन कैलकुलेटर का उपयोग किया जा सकता है।
राशि आपके भावनाओं, संबंधों और भविष्य को प्रभावित करती है। इसका उपयोग कुंडली मिलान, भविष्यवाणियों और शुभ मुहूर्त तय करने के लिए किया जाता है।
नहीं, आपकी राशि जीवन भर स्थिर रहती है क्योंकि यह आपके जन्म विवरण पर आधारित होती है।
हाँ, राशि (चंद्र राशि) भावनात्मक और मानसिक प्रवृत्तियों को गहराई से दर्शाती है, इसलिए यह भारतीय ज्योतिष (Jyotish) में अधिक सटीक मानी जाती है।
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