हजारों सालों से भारत में दीप जलाने की परंपरा चली आ रही है। माना जाता है कि दीपक सिर्फ रोशनी देने का साधन ही नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रतीक है। हिंदू धर्म में विभिन्न देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए अलग-अलग तरह के दीपक जलाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि ईश्वर के निश्चित विधान से दीप जलाने से ग्रहों की दशा सुधरती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आप भी अपने जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता पाने के लिए दीप जलाने का विचार कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है! आइए जानते हैं कि किस देवता के सामने कौन सा दीपक जलाना शुभ होता है।
भगवान गणेश को बुद्धि और शुभ कार्यों के देवता के रूप में जाना जाता है। किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए एकमुखी दीपक जलाएं। आप चाहें तो घी या तेल में रुई की बत्ती बनाकर भी दीप जला सकते हैं। पूजा के दौरान ॐ गणेशाय नमः मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।
शिव जी को विनाशक और कल्याणकारी दोनों रूपों में पूजा जाता है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए आप त्रिशूल का आकार बनाकर तीन बत्तियों वाला दीपक जला सकते हैं। शिव जी को आंवले का तेल या जैतून का तेल अति प्रिय होता है। पूजा के वक्त ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना फलदायी माना जाता है।
विष्णु जी को पालनकर्ता और सृष्टि के संचालक के रूप में जाना जाता है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए शंख के आकार का धातु का दीपक जलाना शुभ होता है। इस दीपक में घी या तेल का प्रयोग करें। पूजा के दौरान ॐ विष्णवे नमः मंत्र का जाप करना फलदायी माना जाता है।
धन और समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घी का दीपक जलाना शुभ होता है। आप चाहें तो कपूर भी जला सकते हैं। पूजा के दौरान ॐ श्रीं महालक्ष्मीये नमः मंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है।
शक्ति और बल के देवता हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाना शुभ होता है। पूजा के दौरान “ बजरंग बाण पाठ” करना या ॐ हनुमते नमः मंत्र का जाप करना फलदायी माना जाता है।
यह कुछ उदाहरण हैं। आप अपनी इच्छा के अनुसार अन्य देवी-देवताओं की भी पूजा कर सकते हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए उपयुक्त दीपक जला सकते हैं।
दीपक जलाने से पहले पूजा स्थल को साफ कर लें।
दीपक में अच्छी गुणवत्ता वाला तेल या घी का प्रयोग करें।
बत्ती साफ और सूती होनी चाहिए।
दीपक की ज्योति अविरल रूप से जलती रहे, इस बात का ध्यान रखें।
हिंदू ज्योतिष में ग्रहों की दशा का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव माना जाता है। हर ग्रह का एक विशिष्ट रत्न और एक विशिष्ट धातु होता है। उसी प्रकार, ज्योतिष शास्त्र में कुछ खास ग्रहों को प्रसन्न करने के लिए विशिष्ट प्रकार के दीपक जलाने का भी विधान बताया गया है।
आइए ज्योतिष से जुड़े कुछ खास दीपकों के बारे में जानते हैं:
सूर्य देव: सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए तांबे के दीपक में गेहूं के आटे की बनी अग्नि जलाई जाती है।
चंद्र देव: चंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए चांदी के दीपक में दूध जलाया जाता है।
मंगल देव: मंगल देव को प्रसन्न करने के लिए लोहे के दीपक में सरसों का तेल जलाया जाता है।
बुध देव: बुध देव को प्रसन्न करने के लिए पीतल के दीपक में हरे रंग का तेल जलाया जाता है।
गुरु देव: गुरु देव को प्रसन्न करने के लिए सोने के दीपक में घी जलाया जाता है (हालांकि, सोने का दीपक हर किसी के लिए संभव नहीं है, तो आप पीले रंग के दीपक का भी प्रयोग कर सकते हैं)।
शुक्र देव: शुक्र देव को प्रसन्न करने के लिए चांदी के दीपक में सफेद रंग का तेल या इत्र जलाया जाता है।
शनि देव: शनि देव को प्रसन्न करने के लिए लोहे के दीपक में सरसों का तेल और तिल का तेल मिलाकर जलाया जाता है।
ध्यान दें: उपरोक्त विधि ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है। किसी भी ज्योतिषीय उपाय को करने से पहले किसी जानकार ज्योतिषी से सलाह लेना उचित होता है।
ज्योतिष शास्त्र में दीप जलाने के लिए भी कुछ खास शुभ मुहूर्त बताए गए हैं। माना जाता है कि इन शुभ मुहूर्तों में दीप जलाने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्तों के बारे में:
दीप जलाना एक सरल लेकिन प्रभावी पूजा पद्धति है। यह न केवल वातावरण को शुद्ध करता है, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करता है। उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुए आप अपनी इच्छा और ज्योतिषीय सलाह के अनुसार दीप जला सकते हैं और मनोवांछित फल प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान रहे कि सच्ची पूजा सिर्फ दीप जलाने से ही नहीं होती। ईश्वर के प्रति श्रद्धा, सकारात्मक कर्म और सच्ची लगन भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
घर में आप चाहें तो हमेशा शुद्धता बनाए रखने के लिए एक छोटा दीप जला सकते हैं।
पूजा के दौरान दीपक बुझना अशुभ संकेत नहीं माना जाता है। हो सकता है हवा चलने के कारण या तेल खत्म होने के कारण ऐसा हुआ हो। आप पूजा जारी रखें और बाद में दोबारा दीपक जला लें।
जला हुआ दीपक का तेल सीधे नाली में न डालें। आप इसे मिट्टी में या तुलसी के गमले में डाल सकते हैं।
परंपरागत रूप से पूजा में तेल या घी का दीपक जलाना अधिक शुभ माना जाता है। लेकिन, आप पर्यावरण के अनुकूल LED ज्योति का भी उपयोग कर सकते हैं।
दीप जलाने के अलावा आप घर में धूप जलाना, तुलसी की पूजा करना और सकारात्मक मंत्रों का जाप करना भी शुभ मानते हैं।
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