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गुड़ी पड़वा 2024: तिथि और महत्व

गुड़ी पड़वा 2024: तिथि और महत्व
  • 07 Feb 2024
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गुड़ी पड़वा 2024 की तिथि, महत्व, पूजन विधि और शुभ कार्य

भारत की विविध संस्कृतियों का संगम मनमोहक पर्वों और त्योहारों में दिखाई देता है। महाराष्ट्र का गुड़ी पड़वा ऐसा ही एक अनूठा उत्सव है, जो सिर्फ नए साल का स्वागत नहीं करता, बल्कि नए युग की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। आइए, 9 अप्रैल 2024 को मनाए जाने वाले गुड़ी पड़वा की तिथि, महत्व, पूजन विधि और इस दिन किए जाने वाले शुभ कार्यों के बारे में विस्तार से जानें।

 

गुड़ी पड़वा की तिथि:

गुड़ी पड़वा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के शुभ दिन मनाया जाता है। 2024 में यह पावन तिथि 9 अप्रैल को पड़ रही है। इस दिन से नया शक संवत भी प्रारंभ होता है।

 

गुड़ी पड़वा का महत्व:

गुड़ी पड़वा का धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों तरह का महत्व है। यह पर्व भगवान ब्रह्मा द्वारा सृष्टि के निर्माण का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन मान्यता के अनुसार, इसी दिन ब्रह्मा ने ब्रह्मांड की रचना प्रारंभ की थी। साथ ही, मराठा साम्राज्य की स्थापना का श्रेय भी इसी दिन को दिया जाता है। इसलिए, गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में विशेष उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।

 

गुड़ी पड़वा का प्रतीक चिन्ह - गुड़ी:

गुड़ी पड़वा का सबसे खास प्रतीक है गुड़ी। एक लंबी बांस की डंडी पर रंगीन कपड़े से ढकी सुपारी, आम के पत्ते और फूलों से सजाया यह चिन्ह विजय, उन्नति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। हर घर में गुड़ी बनाई जाती है और उसे ऊंचे स्थान पर स्थापित किया जाता है।

 

गुड़ी पड़वा की पूजन विधि:

  • सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

 

  • घर के बाहर और पूजा स्थान की सफाई करें।

 

यहां पढ़ें: उगादि 2024

 

  • रंगोली बनाएं और मंडप सजाएं।

 

  • गुड़ी को स्थापित करें और उसका पूजन करें।

 

  • भगवान गणेश, शिव, विष्णु और सूर्य देव की विधिवत पूजा करें।

 

  • प्रसाद चढ़ाएं और आरती उतारें।

 

  • परिवार के साथ भोजन का आनंद लें।

 

  • जरूरतमंदों को दान-पुण्य करें।

 

गुड़ी पड़वा

 

गुड़ी पड़वा के शुभ कार्य:

  • गुड़ी पड़वा के दिन नया काम शुरू करना, व्यवसाय खोलना या घर गृहस्थी का सामान लाना शुभ माना जाता है।

 

  • नए कपड़े पहनना और घर की साफ-सफाई करना इस पर्व की परंपरा है।

 

  • गौड़ पड़वा के मौके पर रथयात्रा निकाली जाती है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं।

 

  • मित्रों और परिवार के साथ मिलकर पिकनिक मनाना और खुशियां साझा करना भी इस दिन का खास रिवाज है।

 

गुड़ी पड़वा का संदेश:

गुड़ी पड़वा न सिर्फ नए साल का स्वागत करता है, बल्कि यह हमें जीवन में नए जोश और उत्साह के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। यह पर्व हमें सिखाता है कि विगत वर्ष की असफलताओं को छोड़कर, नए साल में सकारात्मक सोच के साथ अपने लक्ष्यों को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए।

 

निष्कर्ष: गुड़ी पड़वा 2024 

9 अप्रैल 2024 को मनाए जाने वाले गुड़ी पड़वा के पर्व को परंपराओं के साथ हर्षोल्लास के साथ मनाएं। भगवान का आशीर्वाद लें, परिवार के साथ खुशियां बांटें और नए साल में नए सपनों को जगाएं। गुड़ी पड़वा का ये शुभ अवसर आपके जीवन में खुशहाली, सफलता और समृद्धि लाए।

 

गुड़ी पड़वा 2024 से जुड़े प्रश्न

 

गुड़ी पड़वा 2024 कब है?

गुड़ी पड़वा 2024, 9 अप्रैल को मनाया जाएगा।

 

गुड़ी पड़वा का क्या महत्व है?

गुड़ी पड़वा नए साल का आगाज, सृष्टि का प्रतीक और मराठा साम्राज्य की स्थापना का प्रतीक है।

 

गुड़ी का क्या मतलब होता है?

गुड़ी एक लंबी बांस की डंडी पर सजाया गया प्रतीक है, जो विजय, उन्नति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

 

गुड़ी पड़वा पर क्या करना चाहिए?

स्नान करना, स्वच्छ वस्त्र धारण करना, गुड़ी बनाना, पूजा करना, नया काम शुरू करना, नए कपड़े पहनना, दान-पुण्य करना आदि शुभ कार्य हैं।

 

गुड़ी पड़वा का संदेश क्या है?

गुड़ी पड़वा का संदेश है - विगत को छोड़कर, सकारात्मक सोच के साथ नए साल में लक्ष्यों को पूरा करने का प्रयास करना।

 

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Author :

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